How 6kg Weight Loss in Two Weeks दो सप्ताह में 6 किलो वजन कम कैसे करें :- अब तक, हम अपने भोजन में स्वाद जोड़ने के लिए जीरा का उपयोग करते थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके पेट की चर्बी को काटने में भी मदद कर सकता है। जीरा में कई ऐसे गुण होते हैं जो तेजी से वजन कम करने में आपकी मदद करते हैं और आपके शरीर को साफ करने में भी मदद करते हैं। यहां तक कि एक चुटकी जीरा भी आपको काफी वजन कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन आपको इस पर विश्वास करने की कोशिश करनी होगी! इस वीडियो में, हम आपके साथ एक जादुई पेय साझा करेंगे, जो जीरा के साथ बनाया गया है, जो आपको किसी भी अन्य पेय की तुलना में कम से कम 3 गुना तेजी से वजन कम करने में मदद कर सकता है। हमें सोने से पहले इस ड्रिंक को तैयार करना है और रात भर रखना है। फिर हमें अगली सुबह इसे खाली पेट पीना है। हम एक गिलास ताजा पानी लेंगे। यह पानी कमरे के तापमान पर है। अब हम इस पानी में एक बड़ा चम्मच जीरा भिगोएँगे। जीरा हमारे मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाता है जिससे कैलोरी बहुत तेजी से बर्न होती है। यह न केवल वजन घटाने में मदद करता है
अपामार्ग (APAMARG IN HINDI) |
अपामार्ग (Apamarg) चिरचिटा स्थानीय लोगों में बहुत प्रसिद्ध है इसको सभी लोग चिरचिटा के नाम से ही जानते हैं इसे हाथ से छूने पर कांटे लग जाते हैं जिसके कारण इसका नाम चिरचिटा पड़ा इसे अपामार्ग भी कहते हैं यह दो प्रकार की होती है एक अपामार्ग का पौधा लाल रंग का होता है जिसकी डंडियां कुछ लाल के रंग की होती है इसी कोलाल अपामार्ग कहते हैं दूसरी प्रकार का अपामार्ग सफेद रंग का होता है इसमें सफेद फूल आते हैं जिसके कारण उसका नाम सफेद अपामार्ग पड़ गया इसकी की जड़ की भस्म बनाकर दूध के साथ पति पत्नी दोनों पीले तो इससे संतान लाभ प्राप्त होता है
दूसरा प्रयोग है चिरचिटा के दानों को साफ करके दूध में डालकर इसकी खीर बना ली जाए और जब खीर अच्छी तरह पक कर तैयार हो जाए तब उस खीर को खाने से कई
दिनों तक भूख नहीं लगती जंगलों में संत महात्मा जब कोई साधना करना चाहते हैं तब वह इस प्रकार की खीर
बनाकर खा लेते हैं उसके बाद 10- 12 दिनों तक आराम से साधना करते रहते हैं जिससे कि उन्हें मल मूत्र
त्याग नहीं करना पड़ता |दूसरी प्रकार का पौधा जो सफेद रंग का पाया जाता है जिस में सफेद फूल लगते हैं यह पौधा तंत्र की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है इस पौधे को घर पर लाकर अपनी तिजोरी में रख देने से आर्थिक लाभ होता रहता है | और इसकी जड़ को पीसकर चंदन की भांति तिलक करने से वशीकरण शक्ति प्राप्त होती है यह तांत्रिक प्रक्रिया है|
दूसरा प्रयोग इसकी जड़ की बत्ती को दीपक में जलाकर अदृश्य दृश्य प्रयोग सिद्ध किया जाता है और इसे करने के बाद वह व्यक्ति किसी को दिखाई नहीं पड़ता यह भी तंत्र का एक प्रयोग है| तीसरा प्रयोग बहेड़े की जड़ के साथ इसकी जड़ को मिलाकर उच्चाटन प्रयोग संपन्न किया जाता है | इसकी पत्तियों को पीसकर बिच्छू काटे स्थान पर लगाने से बिच्छू का विष उतर जाता है |या इसकी पत्तियों को जलाकर बिच्छू काटने की जगह पर धूआं दिखा दिया जाए तो बिच्छू का जहर बहुत जल्दी उतर जाता है |इस प्रकार से अपामार्ग का कई प्रकार से प्रयोग किया जाता है इस पौधे को कांटे होने की वजह से कोई पशु भी नहीं खाता |
इसके अलावा प्रसव के समय अपामार्ग की जड़ को पीसकर प्रसव होने से पूर्व दादी के चारों तरफ लगा दिया जाए नाभि के चारों तरफ लगा दिया जाए तो आसानी से प्रसव हो जाता है प्रसव होने के बाद जो नाभि के चारो तरफ लगा हुआ है उस पेस्ट को तुरंत पहुंच देना चाहिए नहीं तो बच्चेदानी बहार निकल आएगी इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए|
Also Read अपराजिता के गुण धर्म और उपयोग:-
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें