सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

दो सप्ताह में 6 किलो वजन कम कैसे करें-How 6kg Weight Loss in Two Weeks

How 6kg Weight Loss in Two Weeks दो सप्ताह में 6 किलो वजन कम कैसे करें :- अब तक, हम अपने भोजन में स्वाद जोड़ने के लिए जीरा का उपयोग करते थे।  लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके पेट की चर्बी को काटने में भी मदद कर सकता है।   जीरा में कई ऐसे गुण होते हैं जो तेजी से वजन कम करने में आपकी मदद करते हैं और आपके शरीर को साफ करने में भी मदद करते हैं।  यहां तक ​​कि एक चुटकी जीरा भी आपको काफी वजन कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन आपको इस पर विश्वास करने की कोशिश करनी होगी!   इस वीडियो में, हम आपके साथ एक जादुई पेय साझा करेंगे, जो जीरा के साथ बनाया गया है, जो आपको किसी भी अन्य पेय की तुलना में कम से कम 3 गुना तेजी से वजन कम करने में मदद कर सकता है।  हमें सोने से पहले इस ड्रिंक को तैयार करना है और रात भर रखना है।  फिर हमें अगली सुबह इसे खाली पेट पीना है।   हम एक गिलास ताजा पानी लेंगे।  यह पानी कमरे के तापमान पर है। अब हम इस पानी में एक बड़ा चम्मच जीरा भिगोएँगे।  जीरा हमारे मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाता है जिससे कैलोरी बहुत तेजी से बर्न होती है।  यह न केवल वजन घटाने में मदद करता है

आर्निका (Arnica)


Benefits of Arnika,Use of Arnika,
आर्निका (Arnica)

आर्निका के विवरण( Description of Arnica in Hindi)


आर्निका का जिक्र होते ही हेयर ऑयल(तेल) याद आता है। लेकिन, क्‍या आपको पता है कि आर्निका का इस्तेमाल सिर्फ तेल के रूप में ही नहीं बल्कि,एक औ‍षधि के रूप में भी किया जाता है। आयुर्वेद व होम्‍योपैथी में आर्निका को बहुत ही महत्त्वपूर्ण दर्जा दिया गया है, जिसका उपयोग कई रोगों के उपचार में किया जा सकता है।आर्निका का सेवन नहीं किया जाता, बल्कि बाहरी तौर पर इस्‍तेमाल में लाया जाता है। आर्निका में कई प्रकार के जीवाणु नाशक और औषधीय गुण पाये जाते हैं जो सूजन, जलन, एंटीसेप्टिक, गठिया का दर्द, नसों के दर्द, व अन्य परेशानियों को दूर करने में लाभकारी सिद्ध होता है।

विभिन्न समस्याओं में आर्निका के औषधीय फायदे (Benefits of Arnica in Hindi)


अर्थराइटिस (Arthritis):- आर्निका, गठिया यानि अर्थराइटिस के दर्द को दूर करने में मदद करता है। एक शोध के अनुसार गठिया या अर्थराइटिस के दर्द और जकड़न को दूर करने में आर्निका जैल बहुत ही फायदेमंद होता है। डेढ़ महीने तक दिन में दो बार आर्निका जैल उपयोग करने से गठिया जैसे रोगों में आराम मिलता है।


सूजन (Swelling):- होम्‍योपैथी में आर्निका का उपयोग खासतौर पर किया जाता है, क्योंकि यह शरीर की सूजन से आराम दिलाता है। इसके अलावा आर्निका, दर्द व जलन को कम और चोट से उभरने में मदद करता है। किसी भी तरह के ऑपरेशन के बाद अक्सर शरीर के हिस्से में सूजन हो जाती है, इस तरह सूजन को कम करने में आर्निका बहुत ही लाभदायक होता है। है।


एंटी बैक्‍टीरियल (Anti Bacterial):- आर्निका हर्ब में कई बैक्‍टीरिया नाशक गुण पाये जाते हैं,जो त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं जैसे एक्‍ने,जलन,फटे होंठ,एक्जिमा, नाक की सूजन व अन्य परेशानियों में रोगी के लिए लाभदायक होते हैं।


बालों की समस्याएं (Hair Problems):- आर्निका में कई औषधीय गुण होते हैं, जिनमें से कुछ बालों की समस्याओं को दूर करने और बालों को स्‍वस्‍थ बनाने में मदद करते हैं। आर्निका तेल बालों को समय से पहले सफेद होने व टूटने से बचाता है, और उन्हें घना तथा मजबूत बनाता है।


दर्द और चोट (Pain and Injury):- यदि कोई व्यक्ति चोट व दर्द की समस्या से परेशान है तो दिन में दो बार शरीर के चोट, सूजन या दर्द भाग पर आर्निका जैल लगाने से रोगी को आराम मिलता है।


मसूड़ों और दांतों का दर्द (Gums and Tooth Ache):- यदि आप दांतों और मसूड़ों के दर्द या संबंधित समस्याओं से परेशान हैं, तो आप आर्निका का उपयोग कर सकते हैं। इसके प्रभाव से मसूड़ों में सूजन, दर्द, मसूड़ों से खून आना, दांत में दर्द व अन्य परेशानियां दूर होती हैं और दांत मजबूत होते हैं।


प्रसव पीड़ा (Delivery Pain):- होम्‍योपैथी के अनुसार आर्निका प्रसव पीड़ा को भी कम करता है। डिलीवरी यानि प्रसव के आर्निका गोली का सेवन करने से महिलाओं को प्रसव पीड़ा कम होती है। इन गोलियों का सेवन दिन में पांच बार लगभग 10 से 15 दिन तक करना चाहिए।


आर्निका से सावधानियां (Precautions from Arnica):-

एलर्जी (Allergy):- आर्निका के अत्यधिक इस्तेमाल से खतरा बढ़ सकता है। यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है तो आर्निका का इस्तेमाल करने से पहले योग्य वैद्य या डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अन्यथा एलर्जी हो सकती है!

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बिज़नेस कैसे शुरू करें ( HOW TO START BUSINESS)

How to Start Business बिज़नेस कैसे शुरू करें:- किसी भी बिजनेस को शुरू करने से लेकर करोड़ों की कंपनी बनाने तक की यात्रा  बहुत ही अद्भुत होती है| बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको योजना बनानी होती है, कड़ी मेहनत करनी होती है, मुसीबतों का सामना करना होता है, समस्याओं का हल निकालना होता है| जिससे आप अपने बिज़नेस में इतनी तेजी से सफलता की सीढियाँ चढ़ते है कि आपको स्वंय पर विश्वास नहीं होता|यहाँ पर बिजनेस शुरू करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके बातये जा रहे है- स्टेप 1: - बिज़नेस प्लान लिखें Write your Business Plan यदि आप कोई भी बिजनेस करने जा रहे हैं उसके लिए सबसे पहले आप के पास एक प्लान होना चाहिए. हो सकता है अभी तक वह प्लान आपके दिमाग में ही चल रहा है परंतु जितना जल्दी हो सकता है उसे एक पेपर पर लिख लीजिए Business Plan  स्टेप 2:-   बिज़नेस स्थान चुनें Choose a Business Location Business Location किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए एक अच्छे स्थान की जरूरत होती है, क्योंकि कोई भी बिजनेस, प्रोडक्ट या सर्विस तभी अच्छी चल पाती है जब वह एक अच्छे स्थान पर हो या कह सकते हैं

अवसाद (Depression in Hindi)

Depression  प्रमुख अवसाद कई प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है। कुछ आपके मनोदशा को प्रभावित करते हैं , और अन्य आपके शरीर को प्रभावित करते हैं। लक्षण भी जारी हो सकते हैं , या आते हैं और जाते हैं।अवसाद के लक्षणों को पुरुषों , महिलाओं और बच्चों में अलग-अलग तरीके से अनुभव किया जा सकता है। कमर दर्द पर समय रहते पा लें काबू, जानें कितना खतरनाक है ये रोग

चिंता क्या है (what is anxiety in Hindi )

चिंता क्या है (what is anxiety) What is Anxiety  चिंता (Anxiety) भय और घबराहट यह  एक लगातार होने वाली मन की  भावना है। चिंता एक तरह से मानसिक बीमारियों के समूह के रूप में आती है इससे ग्रसित लोग आम इंसानो की तुलना मे  कुछ ज्यादा ही चिंता और डरा हुआ महसूस करने लगते है इस रोग में अक्सर इंसान अकेला रहना पसंद करते हैं वह अपनी तकलीफ किसी से सांझा भी नहीं करते| शर्म या डर के कारन वह किसिसे कुछ कहता भी नहीं| उसे हर वक़्त एक अंजान भय सताता रहता है कि कुछ  होनेवाला है या उसे कुछ हो जायेगा| इस समस्या से ग्रसित लोगो  मे अचानक से  धड़कने तेज धड़कने लगती है उसे ऐसा महसूस होता है जैसे उसकि साँसे रुकने वाली है|जीससे घबराहट और भी तेज होने लगती है और इससे वह खुदको असुरक्षित महसूस करने लगता है इस कारन वह खुद के लिए एक सुरक्षित स्थान की तलाश करने लगता है हलाकि इस परिस्थिति मे हर वह इंसान जो इस रोग से ग्रसित है उसे अपना घर ही सबसे सुरक्षित स्थान महसूस होता है जबकि यह भी एक सच्चाई है कि अपने घर जैसी शांति आपको कहीं और नहीं मिल सकती| अक्सर आपको जीवन मे ऐसी तनावपूर्ण घटनाओं और जीवन में होने वाली  परिवर